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कोरोना से लड़ने के लिए दो-तीन दिन में बाजार में आजाएगी 2-डीजी

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की नई दवा 2-डीजी तैयार हो गयी है और दो-तीन दिन में बाजार में आ जाएगी। दवा पर रिसर्च करने वाली टीम के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. अनंत नारायण भट्ट का कहना है कि यह दवा अगले हफ्ते से कोरोना के मरीजों को मिलने लगेगी। दवा पाउडर के रूप में होगी और जून तक सभी मरीजों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
वेंटिलेटर पर मरीजो को होगा फायदा
डीआरडीओ की रिसर्च लैब इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर एंड एलायड साइंसेज (इनमास) के साइंटिस्ट डॉ. भट्ट ने बताया कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से इस दवा को मंजूरी के बाद डॉक्टर रेड्डी लैब ने इसके उत्पादन पर तेजी से काम किया है। इस दवा से उन मरीजों को खासतौर पर फायदा होगा जो वेंटिलेटर पर या ऑक्सीजन के सहारे हैं। ऐसे मरीज जल्द ठीक हो सकते हैं।
500 से 600 रुपये में होगी उपलब्ध
डॉ. भट्ट ने कहा कि इसकी कीमत पर डीआरडीओ का हस्तक्षेप रहेगा, इसलिए यह कोरोना की अन्य दवाओं की तुलना में काफी सस्ती और सामान्य लोगों के बजट में होगी। उन्होंने अनुमान जताया कि यह 500 से 600 रुपये में लोगों को मिल सकेगी। हालांकि यह भी कहा कि पैकेजिंग आदि के खर्च की जानकारी नहीं है, इसलिए पहली खेप बाजार में आने के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा।
बताया गया कि उत्पादन पर तेजी से काम हो रहा है। उम्मीद है कि जून से इस दवा की रोजाना 50 हजार से एक लाख डोज लोगों को उपलब्ध कराई जा सकेगी।
डॉ. भट्ट ने कहा कि वायरल इंफेक्शन में शुरू में ही काम करना होता है, लेकिन यह दवा संक्रमण की शुरुआत के साथ ही बाद में भी उससे निजात दिलाने में अच्छी भूमिका निभाती है।