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  • Writer's pictureसंवाददाता

69000 शिक्षक भर्ती में हुए आरक्षण घोटाले को लेकर प्रदर्शन कर रहें अभ्यर्थी



प्रदेशभर के आरक्षित वर्ग (ओबीसी, एससी) के अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती में हुए आरक्षण घोटाले को लेकर अपने अपने आवास पर धरना दे रहे हैं और योगी सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं । प्रत्येक जनपद से हज़ारो लोगो ने सांकेतिक धरना दिया। प्रदर्शनकारी एटा निवासी सुमित यादव ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में बड़े स्तर पर घोटाला करके पिछडो वांछितों का हक़ मारा जा रहा है। प्रदेशभर के अभ्यर्थी इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे है। अधिकतर लोग हाथो में तख्ती लेकर विरोध जाता रहे है। जिसमे उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश दिवेदी के इस्तीफे की मांग की जा रही है। व ज़्यादातर तख्तियों पर लिखा हुआ है कि "राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग ने माना है 69000 भर्ती में हुआ घोटाला है।"


राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने घोटाले की बात को माना


अभी हाल में ही राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी अंतिम रिपोर्ट में कहा है की बड़े स्तर पर ओबीसी और एससी की सीटों की हकमारी हुई है। आयोग ने मामले में अपने जारी पात्र में माना था कि भर्ती प्रक्रिया में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14,15 व 16 आदी का उलंघन हुआ है। आयोग ने कहा था कि नियमो को लागू करने में गलत फैसले लेकर शासन के आदेशो की अवेहलना की गयी है। मामले में आयोग ने गैर ज़िम्मेदार लोगो पर कार्रवाही करने की व वंचित लाभार्थियों को न्याय दिलाने कि संस्तुति की थी।



प्रदर्शनकारियों में मनोज प्रजापति मुरादाबाद, अर्चना वर्मा लखनऊ, मनोज चौरसिया इलाहाबाद, लोहा सिंह पटेल फतेहपुर, सुशील कश्यप लखनऊ, फिरोज शाहजहांपुर, वेदप्रकाश अयोध्या, भास्कर सिंह सीतापुर, कीर्ति वर्मा कानपुर, अदिति शाक्य इटावा व रविन्द्र बघेल आगरा शामिल है।

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