ब्यूरो
गोल्फ क्लब विवाद: मुकुल सिंघल को हटाकर आदेश सेठ को कार्यकारिणी ने बनाया अध्यक्ष

लखनऊ। लखनऊ गोल्फ क्लब के महासचिव संदीप दास और कोषाध्यक्ष समेत पांच कार्यकारिणी सदस्यों ने अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस मुकुल सिंघल को हटाकर कैप्टन आदेश सेठ को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।
सोमवार को पत्रकार से वार्ता करते हुए कैप्टन आदेश सेठ ने बताया कि मुख्यमंत्री, राज्यपाल और सेनाध्यक्ष को क्लब का स्थायी लाइफ मेंबर बनाने का प्रावधान था। 31 मार्च 2019 को कार्यवाहक अध्यक्ष जेपीएस सियाल ने गुपचुप तरीके से क्लब के नियम में संशोधन करके आनरेरी लाइफ मेंबर को भी जोड़ दिया गया, जिसमें मुख्य सचिव के साथ न्यायिक प्रबुद्धजनों को शामिल किया गया। इस संशोधन के बाद 21 ज्यूडीशरी सदस्यों को निश्शुल्क सदस्यता भी दी गई।
उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2021 को क्लब के चुनाव के एक माह बाद हम लोगों को नियम में संशोधन की जानकारी हुई तो इस बारे में अध्यक्ष मुकुल सिंघल को बताया गया। उस दौरान तो अध्यक्ष ने इसको गलत बताते हुए बदलने की सहमति दे दी, पर रविवार को हुई एजीएम में जब इसे पारित करने का प्रस्ताव दिया गया तो वह भड़क गए और क्लब के अकाउंट का मुद्दा उठाकर अचानक ही पूरी कमेटी भंग करने का फरमान सुना दिया। कैप्टन आदेश सेठ ने कहा कि सोसाइटी एक्ट के तहत अध्यक्ष के पास कार्यकारिणी भंग करने का अधिकार नहीं है। कार्यकारिणी भंग करने के लिए 14 दिन की नोटिस और बहुमत साबित करना पड़ता है।
बता दे कल खबर सामने आई थी कि एजीएम में मुकुल सिंघल ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया था और कार्यकारिणी भंग करते हुए पूर्व आईपीएस जावीद अहमद को कार्यकारी अध्यक्ष और आईपीएस सुभाष चंद्रा को सचिव बनाने की बात कही थी। जिसके बाद कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों ने विरोध करते हुए आज प्रेस वार्ता की।