शनीश मणि मिश्र
क्या उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित है?

क्या उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित है? मेरे हिसाब से उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित नहीं क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक कोई खेल नीति नहीं बनाई उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई ऐसी रणनीति नहीं बनाई जिससे खिलाड़ी लंबे समय तक खेल सके क्योंकि खेल में अक्सर गरीब तबके के लोग ही जाते हैं। वह अपनी जी जान से मेहनत करते हैं, अपने अंदर प्रतिभा ना होते हुए भी वह बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं। वह अपने दम पर राष्ट्रीय मेडल जीत लेते हैं, अंतरराष्ट्रीय पार्टिसिपेट कर आते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से उन्हें कुछ नहीं मिलता है और यही वजह है कितने बड़े प्रदेश में ओलंपिक खेल में मात्र 10 लोग जाते हैं और वह 10 लोग भी उत्तर प्रदेश में पर्याप्त अभ्यास नहीं करते हैं। उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं उसके अलावा उनके पास कोई और नहीं होता है कोई ऑस्ट्रेलिया में अपना अभ्यास करता है, कोई इटली में करता है, कोई बैंगलोर में करता है।
उत्तर प्रदेश सरकार और खेल विभाग से बेफिक्र है क्योंकि उन्हें खिलाड़ियों और खेल से कोई लेना-देना नहीं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों ने ओलंपिक में प्रतिभाग किया था और हमारे मुख्यमंत्री जी ने पूरे देश के खिलाड़ियों को सम्मानित कर दिया। जब हमारे प्रदेश में खिलाड़ियों की सुविधाओं को बढ़ाने की बात होती है तो यह होता है कि हमारे पास बजट नहीं है लेकिन सरकार के पास बजट है। ओलंपिक खेले हुए खिलाड़ियों का सम्मान करने के यह बहुत अच्छी पहल तब होती जब आप अपने प्रदेश उन खिलाड़ियों पर मेहनत कर रहे हो जो आने वाले समय में ओलंपिक में प्रतिभाग कर के मेडल जीत सकते हैं। दुर्भाग्य की बात है कि प्रदेश में ऐसी कोई सुविधा नहीं है , ना ही कोई इस बारे में सोचना चाहता उत्तर प्रदेश खेल विभाग में सिर्फ जनता बसता है। एक अधिकारी उस अधिकारी के ऊपर में लेख पर कभी लिखूंगा लेकिन पैसा ऐसे बहाने से बेहतर है पैसा उन खिलाड़ियों में लगाओ जो मेडल जीते हैं जीते हुए घोड़े पर हर कोई बाजी लगाता है। उत्तर प्रदेश को ऐसे 100 खिलाड़ी तैयार करने चाहिए जो ओलंपिक एशियन गेम कॉमनवेल्थ जैसी प्रतियोगिताओं में मेडल जीतें कोई बड़ी बात नहीं है कि ऐसा हो नहीं सकता ऐसा बिल्कुल हो सकता है। लेकिन उसके लिए एक सही रणनीति होनी चाहिए साफ नियत होनी चाहिए तभी यह संभव है उत्तर प्रदेश में ऐसे तमाम प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो मौके का इंतजार करते हैं उन्हें मौका देना है।
'लेखक लक्ष्मण अवार्डी एवं अंतराष्ट्रीय सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी हैं'
(ये लेखक के निजी विचार हैं)