ब्यूरो
लगभग 36 बिजली उपकेंद्रों पर जेई के पद खाली, प्रबंधन में हो रही परेशानी

लखनऊ। राजधानी में 36 से अधिक बिजली उपकेंद्रों पर जूनियर इंजीनियर के पद खाली पड़े हैं। इसका कारण पावर कॉरपोरेशन में जूनियर इंजीनियर के रिक्त पदों पर भर्ती न किए जाना है। कई जेई के प्रमोशन हो जाने से भी केंद्रों पर स्थान खाली है। इस कारण अब बारिश में गिने चुने जूनियर इंजीनियरों द्वारा सारे केंद्र चलाना मुश्किल है। अन्य केंद्रों के जेई को अतिरिक्त कार्यभार दिया जा रहा है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (कार्मिक) प्रदीप कक्कड़ का कहना है कि लखनऊ ही नहीं मध्यांचल निगम के आसपास के सभी जिलों में जूनियर इंजीनियर की कमी है। इस कमी को देखते हुए पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन जूनियर इंजीनियर की भर्ती करने की प्रक्रिया में जुटा है। जब तक नए जूनियर इंजीनियर नहीं आते, तब तक जो उपलब्ध हैं, उन्हीं को अतिरिक्त जिम्मेदारी देकर काम चलाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीतापुर रोड के फैजुल्लागंज उपकेंद्र में अतिरिक्त जूनियर इंजीनियर नहीं है। पहले वाले का प्रमोशन हो गया। इस इलाके में लगभग 22,000 उपभोक्ता हैं। ऐसे ही अर्जुनगंज उपकेंद्र के जूनियर इंजीनियर का भी प्रमोशन हो गया अब वहां भी जेई नही है। इस इलाके की अतिरिक्त जिम्मेदारी कैंट के जेई को सौंप दी गई। दोनो केंद्रों को एक साथ चलाना काफी मुश्किल है।
इन उपकेंद्रों में नही है जेई
ट्रांस गोमति : कामता, ओमेगा, गोमतीनगर विस्तार सेक्टर एक, चार, विभूति खंड, विश्वास खंड, अमराई गांव, आईटीआई, डालीगंज, पुरनिया, भीखमपुर, जानकीपुरम सेक्टर आई, सहारा, सृष्टि अपार्टमेंट, मानपुर बाना, रैठा रोड, कुंभरावा कठवारा, आईआईएम रोड, फैजुल्लागंज। सिस गोमती : अर्जुनगंज, सीजी सिटी, गोसाईगंज, समेसी, अमेठी, उतरेठिया, गहरु, नादरगंज, सरोसा भरोसा, रहमान खेड़ा, हुसैनगंज, इंदिरा भवन।