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जातिवाद और सांप्रदायिक राजनीति से जनता का विकास नहीं होगा: प्रियंका
'भर्ती विधान, युवा घोषणा' पत्र को लेकर प्रियंका ने युवाओं के साथ किया संवाद

लखनऊ, सोशल टाइम्स। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जातिवाद और सांप्रदायिक राजनीति से जनता का विकास नहीं होगा, लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा। कांग्रेस के ‘‘भर्ती विधान, युवा घोषणा’’ पत्र को लेकर शुक्रवार को प्रियंका गाँधी वाड्रा ने फेसबुक लाइव के माध्यम से संवाद किया और भर्ती विधान में शामिल पार्टी की प्रतिज्ञाओं चर्चा की। इस दौरान प्रियंका ने कहा, मैंने उत्तर प्रदेश एक कई हिस्सों में युवाओं से संवाद किया, उनके बीच से कई मुद्दे निकले, उनकी क्षमताओं के बारे में पता चला, इसके बाद चर्चा-संवाद कर यह भर्ती विधान तैयार किया गया।
युवाओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, हमने भर्ती विधान निकाला है। इसके पीछे सोच क्या थी? यूपी में जहां भी जाती हूं, युवाओं के यही मुद्दे हैं कि हम युवाओं के लिए आप क्या करेंगी? उन्होंने कहा भर्तियों में युवा अपना समय खर्च करते हैं, मां बाप पैसे खर्च करते हैं, छात्र मेहनत करते हैं, लेकिन नियुक्तियां नहीं हो रही हैं। कभी घोटाला हो जाता है, कभी पेपर लीक हो जाता है, पासिंग ग्रेड बदल दिया जाता है। इस तरह छात्र प्रताड़ित हो रहे हैं। सबसे ज्यादा नौजवान यूपी में हैं, हर जगह नौजवान मुझसे पूछते हैं कि दीदी रोजगार के लिए क्या करेंगे, हमारा विकास नहीं हो रहा है, हमारे लिए सरकार क्या करेगी ? मैं ऐसे छात्रों से मिलती हूँ, जिन्होंने अपने जीवन के पांच साल, सात साल सरकारी नौकरी की तैयारी में निकाल दिए हैं। नियुक्तियां नहीं हो रही हैं, पेपर लीक हो रहा है, घोटाला हो जाता है। इसलिए हमने नौजवानों के लिए एक अलग विधान बनाया। अपने भर्ती विधान में हमने बताया कि हम 20 लाख नौकरियां देंगे कैसे। अगर एक नौजवान अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है, तो उसकी सहायता कैसे करेंगे। नौकरियों की जो हालत है, उसे लेकर उत्तर प्रदेश में युवाओं का मानसिक स्वास्थ्य कैसे सही रहे, इसके लिए भी हमने प्रावधान किए हैं। प्रयागराज में मैं निषादों से मिली, तो पता चला कि नदी पर जो अधिकार होता था निषादों का, या उनको रोजगार मिलता था, अब उसपर उनका हक़ नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो लोग 70 साल की बात कर रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि आईआईटी, एम्स जैसे संस्थान कांग्रेस ने ही बनाए हैं। बीते साल साल में भाजपा सरकार ने बनाया तो कुछ नहीं, हाँ बेचा जरूर है। अब रेलवे का प्राइवेटाइजेशन करेंगे तो नौकरियां ख़त्म ही ही होगी। उन्होंने कहा लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति युवाओं के हाथ में ही है, उस शक्ति को युवा ठीक से समझेंगे और उसका उपयोग करेंगे तभी आगे बढ़ पाएंगे। देश में ऐसी राजनीति फ़ैल रही है, जो युवाओं को बहकाने का काम कर रही है। चुनाव के समय बात होनी चाहिए कि नौकरी कहाँ से देंगे, युवाओं, बच्चों की शिक्षा के लिए क्या करेंगे। भाजपा चुनाव के समय रोजगार की बात इसीलिए नहीं करती है क्योंकि न तो उसने कुछ किया और न ही उसका कुछ करने का इरादा है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में नेता जान रहे हैं कि लोग पानी, नल, सड़क, विद्यालय की स्थिति को देखकर नहीं बल्कि जाति के आधार पर वोट दे रहे हैं। तो वह विकास की बातें क्यों करेंगे क्योंकि उन्हें पता कि वोट उन्हें मिलना है और जहां से वोट नहीं मिलने हैं, वहां डरा धमकाकर वोट मिल जाएगा। एक युवा के साथ संवाद में उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आता है कि भाजपा सरकार को छात्रों से, अभ्यर्थियों से बात करने में क्या परेशानी है। इंदिरा जी के समय में जेएनयू में छात्र आंदोलन हुआ, वह छात्रों से मिलने गईं, वहां के छात्र संघ अध्यक्ष ने उन्हें अपनी मांगे पढ़कर सुनाई कि आप इस्तीफ़ा दो, आपको कुलाधिपति नहीं होना चाहिए, उन्होंने जेएनयू के कुलाधिपति पद से इस्तीफ़ा भी दिया। लेकिन आज सरकार क्या कर रही है ? छात्रों को धमकाया जा रहा है, पीटा जा रहा है, छात्रसंघ के चुनाव बंद कर दिए हैं।