ब्यूरो
थाई युवती मामले में पुलिस ने किये नए खुलासे

लखनऊ। कोरोना से जान गंवाने वाली थाईलैंड की युवती पियाथिडा के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि वह लखनऊ में पिछले कई सालों से आती-जाती रही है और विभूतिखंड इलाके में स्थित ओ2 स्पा सेंटर में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट काम कर रही थी। खुद को थाई युवती का गाइड बताने वाला सलमान ही इस सेंटर का मैनेजर है। उसने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगले हैं। यह सेंटर एक बिल्डर का है जो इस समय छत्तीसगढ़ के रायपुर में रह रहा है। पुलिस ने स्पा सेंटर के सभी दस्तावेज व सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिया है।
डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के मुताबिक थाई युवती की मौत के मामले में शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि थाई युवती पिछले कई वर्षों से लखनऊ आती-जाती रही है और विभूति खंड स्थित ओ2 स्पा सेंटर में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट काम कर रही थी। इस साल वह 31 मार्च को लखनऊ और हुसैनगंज इलाके में किराए पर रहने लगी।
28 अप्रैल को युवती हुई थी भर्ती
28 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने पर स्पा सेंटर के प्रबंधक सलमान ने उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में वह कोरोना संक्रमित मिली और इलाज के दौरान 3 मई को उसकी मौत हो गई। इसके बाद एंबेसी के जरिये युवती के घरवालों से संपर्क किया गया और उनकी सहमति से सलमान को स्थानीय अभिभावक का दर्जा दिया गया। उसकी मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ और इसकी वीडियोग्राफी कर घर वालों को दिखाया गया।
कारोबारियों के संग संपर्क में थी युवती
युवती के मोबाइल में कैंट एरिया के कारोबारी से लंबी और लगातार बातचीत की डिटेल मिली
पुलिस सलमान के मोबाइल की डिटेल निकाल रही है। उसके मोबाइल से अहम सुराग मिले हैं। मोबाइल के व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म की पड़ताल चल रही है। सलमान की युवती से काफी चैटिंग भी हुई है। इसकी जांच की जा रही है। वहीं थाई युवती के मोबाइल की भी डिटेल खंगाली जा रही है। इसमें कैंट एरिया के एक सीड्स कारोबारी से लंबी और लगातार बातचीत की डिटेल मिली है। युवती पिछले दो-ढाई साल से इस व्यापारी के संपर्क में थी। व्यापारी से भी पूछताछ की तैयारी है।
सलमान ने पुलिस को दिए गलत तथ्य
स्पा सेंटर का मैनेजर सलमान ने पुलिस को गलत तथ्य दिए। वह तीन मई को थाई युवती की मौत के बाद से ही पुलिस को गुमराह कर रहा था। उसने पुलिस को बताया कि उसके परिचित ने राकेश शर्मा ने फोन कर युवती के बीमार होने की जानकारी दी थी और उसकी मदद करने के लिए कहा था। लेकिन रविवार देररात पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हकीकत बयां कर दी।
2010 से युवती का लखनऊ आना जाना है
प्रभारी निरीक्षक विभूति खंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि थाई युवती की ट्रैवेल हिस्ट्री खंगालने पर पता चला कि वह 2010 में पहली बार लखनऊ आई थी। इसके बाद उसका आना-जाना लगा रहा। 2018 मध्य के बाद वह लखनऊ में ही रुक गई। बीच-बीच में वीजा समाप्त होने पर थाईलैंड चली जाती और फिर लौट आती थी।