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प्रियंका ने की अपील: जाति-धर्म की राजनीति को नकारकर विकास के मुद्दे को दें महत्व
कांग्रेस आधी आबादी को ताक़त देने में जुटी है...

मुरादाबाद, सोशल टाइम्स। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश की जनता से जाति-धर्म की राजनीति को नकारकर विकास के मुद्दे को महत्व देने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जनता उन राजनेताओं को जवाबदेह बनाये जो उनके दुखदर्द से कोई वास्ता नहीं रखते, लेकिन चुनाव के समय जाति या धर्म का झंडा बुलंद करके सत्ता पाने का सपना देखते हैं। गुरुवार को मुरादाबाद में प्रतिज्ञा रैली में मौजूद विशाल जनसमूह के साथ बेहद आत्मीय रिश्ता जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस आधी आबादी को ताक़त देने में जुटी है जो जाति-धर्म और माफ़िया संस्कृति को राजनीति से साफ करेगी। उन्होंने कहा कि जब जनता राज करने वालों से हिसाब मांगना शुरू करेगी तभी उसका कल्याण होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और बसपा जैसी पार्टियां जनता के मुद्दों पर कभी संघर्ष नहीं करतीं। उत्तर प्रदेश में जनता की लड़ाई सिर्फ कांग्रेस ने लड़ी है। गाँधी ने अपने भाषण की शुरूआत मुरादाबाद को अपनी ससुराल बताकर की। उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद उनके ससुराल के लोग इस शहर में बसे और यहां के लोगों की मदद से उन्होंने अपनी ज़िदगी शुरू की, अपने बच्चों का भविष्य बनाया। तब पीतलनगरी मुरादाबाद और यहां के हुनर का डंका पूरी दुनिया में बजता था क्योंकि कांग्रेस सरकार यहाँ के निर्यातकों, कारीगरों की पूरी मदद करती थी। लेकिन बीजेपी सरकार की नीतियों की वजह से जिस मुरादाबाद में 8 हजार करोड़ रुपये का व्यवसाय होता था वहाँ पिछले कुछ सालों में सिर्फ 2 हजार करोड़ का व्यवसाय हो रहा है। यहां के तीन लाख कारीगरों की रोजी-रोटी खत्म हो गयी है। नोटबंदी के समय काला धन लाने का वादा किया गया था, पर लोग बरबाद हो गये। जीएसटी ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी। भाजपा सरकार ने पीतल नगरी को अंधेर नगरी में बदल दी जहाँ एक चौपट राजा है। कांग्रेस महासचिव ने बेरोज़गारी की भीषण समस्या का ज़िक्र करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले टीईटी का पेपर लीक हो गया। यह पहली बार नहीं था। अब तक 12 से ज़्यादा परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि नौकरियों के योग्य नौजवान नहीं मिल रहे हैं। इससे सरकार की नौजवान विरोधी नीति समझी जा सकती है। महिलाएँ कितनी मेहनत से अपनी बेटियों को पढ़ाती हैं लेकिन पेपर लीक हो जाता है और नौकरियाँ नहीं मिल पातीं।
प्रियंका ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लखनऊ के व्यापारियों से हुई मुलाकात का ज़िक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पास व्यापारियों से मिलने और उनकी समस्याएं सुनने का वक्त नहीं है। वजह ये है कि यूपी के राजनेताओं को लगता है कि चुनाव के समय वे जाति-धर्म का मुद्दा उठाकर सत्ता हासिल कर लेंगे। जब तक जनता जवाबदेही नहीं मांगेगी तब तक यह सिलसिला चलता रहेगा। जब तक विकास पर बात जनता नहीं करेगी तब तक धर्म जाति की राजनीति चलती रहेगी। जब तक लोग अपने गांव की सड़क, रोजगार और स्वास्थ्य के मुद्दों पर सरकार से जवाब नहीं मांगेंगे तब तक इसी तरह की राजनीति में फंसे रहेंगे। यूपी में आज हर तरफ अपराध और माफिया का राज है। लोगों को इस स्थिति को बदलना होगा। इस अवसर पर सभा को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और एआईसीसी की ओर से यूपी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्र मोना, कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अल्पसंख्यक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और तौकीर आलम के अलावा पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया।