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ओलंपिक्स 2020: पीवी सिंधु को कांस्य, हॉकी में भारत पहुंचा सेमीफाइनल में

भारत ने बैडमिंटन और हॉकी में रचा इतिहास

सोशल टाइम्स। भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने तोक्यो ओलिंपिक-2020 के बैडमिंटन महिला एकल वर्ग का ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए इतिहास रचा। सिंधु बैडमिंटन इतिहास में भारत के लिए दो मेडल जीतने वाली पहली शटलर बनीं। साथ ही वह इंडिविजुअल गेम में ऐसा करने वाली पहली महिला ऐथलीट भी बन गई हैं। इससे पहले उन्होंने रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।

सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में कमाल का प्रदर्शन करते हुए चीन की बिंग जियाओ को 53 मिनट में सीधे गेम में 2-0 से हराया। उन्होंने पहला गेम 21-13 से एकतरफा जीता तो दूसरा गेम 21-15 से अपने नाम करते हुए इतिहास रच दिया। उन्हें सेमीफाइनल में ताई जू यिंग से हार मिली थी और वह अपने मेडल को अपग्रेड करने का मौका चूक गई थीं। लेकिन उसके बाद ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी और भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है। रविवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल में टीम इंडिया ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से मात दी। मंगलवार को सेमीफाइनल में भारत का सामना वर्ल्ड चैम्पियन बेल्जियम से होगा। बता दें कि भारत ओलंपिक में 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले म्यूनिख ओलंपिक (1972) में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी। ओलंपिक में भारत को हॉकी में आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में मिला था, जब वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में टीम ने पीला तमगा जीता था। उसके बाद से भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई और 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहने के बाद वह इससे बेहतर नहीं कर सकी। लेकिन अब 41 साल बाद भारतीय टीम के पास पदक जीतने का बेहतरीन मौका है।

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