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  • Writer's pictureसंवाददाता

देवउठनी एकादशी पर स्थापित की गई शनिदेव की मूर्ति , हुआ भंडारे का आयोजन

माँ सिहारी देवी विकास समिति द्वारा किया गया आयोजन

लखनऊ, सोशल टाइम्स। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष तिथि पर देवउठनी के रूप में मनाई जाने वाली एकादशी को सरोजनी नगर स्थित बेहसा एडब्लूएचओ भूकंट विहार के सिहारी देवी परिसर में शनिदेव की मूर्ति की स्थापना की गई। इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन माँ सिहारी देवी विकास समिति के द्वारा किया गया। इस मौके पर मंदिर परिसर में आये भक्तगणों ने प्रसाद भी ग्रहण किया। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष तिथि की एकादशी को देवउठनी एकादशी के रूप में मनाई जाती है। देवउठनी एकादशी के अवसर पर योग निद्रा में मौजूद भगवान विष्णु चार माह के शयन काल के बाद जाग्रत होते हैं और एक बार फिर अपना कार्यभार संभालते हैं। मान्यता अनुसार ऐसा कहा जाता है कि इस दिन सभी मांगलिक कामों की शुरुआत होती है। इसे देवोत्थान एकादशी या फिर प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। इस अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना भी होती है। साल में पड़ने वाली 24 एकादशियों में से सबसे महत्वपूर्ण देवउठनी एकादशी कही गई है। मूर्ति स्थापना एवं भंडारा के आयोजन में कई प्रमुख अतिथिगणों की भी उपथिति रही। समिति के अध्यक्ष दीन दयाल, लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री जीतेंद्र सिंह जीतू, एसपी ट्रेनिंग महेंद्र कुमार, आईपीएस लल्लन सिंह, आईएएस रणविजय, आईएएस शीलधर यादव, एएसपी अनिल यादव, डीएसपी समीक्षा यादव, प्रदेश मंत्री भाजपा रामनिवास यादव, राजू यादव, एवं कई वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी भी मौजूद रहे।

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