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  • Writer's pictureसंवाददाता

प्रदेश के व्यापारियों का होगा कौशल संवर्धन

इग्नू और आदर्श व्यापार मंडल के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित

लखनऊ, सोशल टाइम्स। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ,क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल द्वारा एक अभिनव पहल की गई। इसके तहत "इग्नू "क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ द्वारा उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल में पंजीकृत व्यापारियों एवं उनके परिवारों को रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के व्यापारियों से क्षेत्रीय केंद्र कुछ चुनिंदा कार्यक्रमों में शुल्क नहीं लेगा इस संबंध में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ,क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के बीच एक एमओयू किया गया। जिसके अंतर्गत युवा व्यापारियों एवं महिला व्यापारियों एवं परिजनों को को रोजगार परक शिक्षा प्रदान की जाएगी। एमओयू में उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल की तरफ से संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने हस्ताक्षर किए तथा इग्नू की ओर से क्षेत्रीय निदेशक डॉ मनोरमा सिंह ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर इग्नू के सहायक क्षेत्र निदेशक डॉक्टर कीर्ति विक्रम सिंह मौजूद रहे तथा आदर्श व्यापार मंडल के नगर महामंत्री विजय कुमार कनौजिया ,प्रदेश मंत्री आर. के रावत, ट्रांस गोमती के चेयरमैन राजाराम रावत, ट्रांस गोमती उपाध्यक्ष विनय कुमार चौधरी मौजूद रहे।

सहायक निदेशक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के व्यापारियों को स्नातक स्तर की शिक्षा निशुल्क प्रदान करेगा तथा साथ ही साथ अगर वे प्राथमिक स्वास्थ्य में प्रमाण पत्र, जैविक कृषि ,उपभोक्ता संरक्षण, मधुमक्खी पालन, कुक्कुट पालन, एचआईवी एवं पारिवारिक शिक्षा में प्रमाण पत्र कार्यक्रमों में नामांकन कराते हैं तो उनसे उनसे कोई एडमिशन नहीं ली जाएगी, तथा सामान्य क्षेत्र के व्यापारियों को भी रोजगार परक शिक्षा के कोर्स कराए जाएंगे। डॉ मनोरमा सिंह ने कहा विद्यालय का यह प्रयास है कि रोजगार परक उच्च शिक्षा जनमानस के द्वार पर उपलब्ध कराया जाए। इसी प्रयास के तहत व्यापारियों को उच्च शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने के लिए यह पहल की गई है ताकि व्यापारी अपनी व्यवसायिक गतिविधियों के साथ शिक्षण कार्य भी कर पाएं। संजय गुप्ता ने कहा कि संगठन का प्रयास है व्यापारी बदली हुई परिस्थितियों में स्वयं तथा अपने परिवार के युवाओं में कौशल का संवर्धन करे तथा परंपरागत व्यापार के साथ-साथ अन्य योजनाओं को भी अपनाएं जिससे उनके रोजगार के अवसर बढ़े और आय में वृद्धि हो।

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